July 12, 2024

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Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd

Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd

Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd

Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd: आज हम आपको  इस पोस्ट  के जरिए “हिंदी व्याकरण” के विषय तद्भव शब्द  और तत्सम शब्द  के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। कहीं ना कहीं हिंदी व्याकरण से संबंधित विद्यार्थियों को  कोई ना कोई  संदेह रह ही जाता है।

Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd
Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd

ऐसे में हमारी यह पोस्ट  आपको  “Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd”से संबंधित संदेह  को दूर करने में हम आपकी इस पोस्ट के जरिये मदद करेने की कोशिश करते हैं ।

Tatsam Shabd Kise Kahate Hain

Tatsam Shabd Kise Kahate Hain :- तत्सम शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों, तत् + सम् से मिलकर बना है। तत् का अर्थ है – उसके, तथा सम् का अर्थ है – समान। अर्थात – ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं

अग्नि, आम्र, अमूल्य, चंद्र, क्षेत्र, अज्ञान, अन्धकार आदि।

तत्+सम का अर्थ है-उसके समान।

तत्सम शब्द

  • वे शब्द भी हिन्दी में तत्सम शब्दों की श्रेणी में आते हैं जिन्हें आज की आवश्यकतानुसार संस्कृत शब्दों में
    संस्कृत के ही उपसर्ग या प्रत्यय लगाकर बना लिए गये हैं,
  • जैसे-क्रय शक्ति, आयुक्त, प्रौद्योगिकी, उत्पादनशील, आकाशवाणी, दूरदर्शन।
  • साथ ही कुछ ऐसे शब्द भी हिन्दी में तत्सम शब्द कहलाते हैं जिन्हें संस्कृत भाषा के प्रचलन काल में ही विदेशी भाषाओं या
    अन्य स्रोतों से लेकर संस्कृत ने अपना लिया फिर संस्कृत से हिन्दी में भी आ गये।

 

  • जैसे-दीनार, सिन्दूर, मुद्रा, मर्कट, रात्रि, केन्द्र, यवन, तांबूल, तीर, असुर, पुष्प, नीर, गण, गंगा, कदली आदि।

 

तत्सम शब्द किसे कहते हैं

 किसी भाषा में प्रयुक्त उसकी मूल भाषा के शब्दों का तत्सम कहते हैं। हिन्दी की मूल भाषा संस्कृत है। अतः संस्कृत के वे शब्द जो हिन्दी ज्यों के त्यों प्रयुक्त होते हैं, उन्हें  तत्सम शब्द कहते हैं। जैसे- अग्नि, क्षेत्र,कर्ण, चन्द्र,  वायु, आम्र,रात्रि, सूर्य ,  गर्दभ, क्षेत्र आदि।

 

Tatsam Shabd  इनमें ध्वनि परिवर्तन नहीं होता है। हिन्दी, बांग्ला, कोंकणी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, तेलुगू, कन्नड, मलयालम, सिंहल आदि में बहुत से शब्द संस्कृत से सीधे ले लिए गये हैं, क्योंकि इनमें से कई भाषाएँ संस्कृत से जन्मी हैं।

तत्सम शब्द क्या हैं

हिंदी भाषा के बहुत से शब्दों का  संग्रह संस्कृत भाषा से ही विकसित होता  हैं, ऐसे में तत्सम शब्द भी संस्कृत भाषा के दो प्रमुख उपशब्दों से मिलकर बना है। तत्सम शब्द तत् और सम् शब्द से मिलकर बना हुआ है, जहां तत् शब्द का अर्थउसके” और  सम शब्द का अर्थ किसी शब्द को “ज्यों का त्यों“प्रयुक्त करना है।

अब हम आपको कुछ ऐसे भाषाओं के विषय में बताने वाले हैं, तत्सम रूप में परिवर्तित करने पर उनके ध्वनि में परिवर्तन नहीं आता, क्योंकि यह सभी भाषाएं संस्कृत से ही विकसित हुई हैं। यह सभी भाषाएं हिंदी, सिंहली, कन्नड़, गुजराती, पंजाबी इत्यादि का प्रयोग होता  हैं।

तत्सम शब्द के उदाहरण

तत्सम शब्द प्रचलित शब्द
अम्बा अम्मा
अग्नि आग
अक्षी आंख
आम्र आम
अन्न अनाज
अंगुष्ठ अंगूठा
आश्चर्य अचरज
अंधकार अंधेरा
अमूल्य अनमोल
एकत्र इकट्ठा
कर्म काम
क्लेश कलेश
ग्रीष्म गर्मी
घृत घी
चूर्ण चूरन

 

Tadbhav Shabd Kise Kahate Hain

Tadbhav Shabd Kise Kahate Hain :-‘तद्भव’ शब्द ‘तत्’ तथा ‘भव’ के मेल से बना है। ‘तत्’ का अर्थ है ‘उससे’ तथा ‘भव’ का अर्थ है ‘उत्पन्न’। अर्थात् ‘उससे उत्पन्न।’ यहाँ ‘उससे’ शब्द संस्कृत’ के लिए प्रयुक्त हुआ है।

हिन्दी भाषा के वे शब्द जो सीधे संस्कृत से ज्यों के त्यों नहीं लिए गये बल्कि वे शब्द जो संस्कृत से प्राकृत, प्राकृत से अपभ्रंश तथा अपभ्रंश से पुरानी हिन्दी से होते हुए घिस-पिटकर परिवर्तित रूप में हिन्दी में प्रयुक्त हो रहे हैं, हिन्दी के तद्भव शब्द कहलाते हैं।

जैसे की :- संस्कृत के पितृ से पिता, मातृ से माता, अग्नि से आग, आम्र से आम, गोधूम से गेहूँ रूप में परिवर्तित होकर हिन्दी में प्रयुक्त हो रहे हैं।

जैसे –

मुख से मुँह
ग्राम से गाँव
दुग्ध से दूध
भ्रातृ से भाई आदि।

 तद्भव शब्द किसे कहते हैं?

ऐसे शब्द जिन्हें संस्कृत भाषा से उठाकर किसी अन्य भाषा में प्रयुक्त कर लिया जाता है और इन शब्दों के ध्वनि में कुछ गंभीर परिवर्तन नहीं होता, परंतु इन शब्दों की लेखनी बदल जाती है, ऐसे शब्द  को तद्भव शब्द कहलाते हैं।

  •  यदि किसी शब्द में अनुनासिक (चन्द्रविन्दु) का प्रयोग होता है तो वह प्रायः तद्भव शब्द माना जाता है।
  • ड़ व ढ़ वर्ण का प्रयोग भी सदैव तद्भव शब्द में ही होता है।

तद्भव शब्द क्या है

तद्भव शब्द संस्कृत भाषा से उत्पन्न होने वाला शब्द है। तद्भव शब्द दो बहुत ही महत्वपूर्ण शब्दों से मिलकर बना हुआ है। तद्भव शब्द तत् और भव शब्द के मिलकर  बना हुआ है। जहां तत् शब्द का अर्थ उससे और भव शब्द का अर्थ उत्पन्न होता है, जहा  तद्भव शब्द का शाब्दिक अर्थ  “किसी अन्य प्राचीन शब्द से उत्पन्न हुआ शब्द” है।

संस्कृत भाषा के शब्दों में धीरे-धीरे परिवर्तन आता गया और संस्कृत भाषा के नए-नए शब्द प्रचलित होने लगे गए । तद्भव शब्द संस्कृत भाषा की ओर संकेत करता है, अर्थात तद्भव शब्द की उत्पत्तिसंस्कृत भाषा” से ही हुई है।

तद्भव शब्द के उदाहरण

तद्भवशब्द प्राचीनशब्द
आधा अर्ध
अनजान अज्ञान
आसिस आशीष
अच्छर अक्षर
अंगुली अंगुलि
उल्लू उलूक
किरपा कृपा
कुम्हार कुंभकार
करम कर्म
केला कादलीपाली
खंभा स्तंभ
गांव ग्राम
गड्ढा गर्त
घर गृह
चांद चंद्र

Tatsam Shabd And Tatbhav Shabdतत्सम और तद्भव शब्द । तत्सम और तद्भव शब्द के उदाहरण

तद्भव और तत्सम शब्द क्या होते हैं?

प्राय देखा गया की सभी को तद्भव और तत्सम में काफी ज्यादा कंफ्यूज रहता है  हैं और काफी  छात्रों को लगता है कि तद्भव और तत्सम में एक ही होता है, परंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। हम आपको  इसका  कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए तद्भव और तत्सम को अलग-अलग परिभाषा और उदाहरण के जरिए समझाने का प्रयास करेंगे, इसके बार में आपको हम स्टिक से जानकारी देने की कोशिश करेंगे ।

तत्सम और तद्भव शब्दों को पहचानने के नियम

(1) तत्सम शब्दों के पीछे ‘क्ष’ वर्ण का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों के पीछे ‘ख’ या ‘छ’ शब्द का प्रयोग होता है।
जैसे – पक्षी = पंछी

(2) तत्सम शब्दों में ‘ऋ’ की मात्रा का प्रयोग होता है।
जैसे – कृतगृह = कचहरी

(3) तत्सम शब्दों में ‘र’ की मात्रा का प्रयोग होता है।
जैसे – आम्र = आम

(4) तत्सम शब्दों में ‘व’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ब’ का प्रयोग होता है।
जैसे – वन = बन

(5) तत्सम शब्दों में ‘श्र’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग हो जाता है।
जैसे – धन्नश्रेष्ठी = धन्नासेठी

(7) तत्सम शब्दों में ‘श’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग हो जाता है।
जैसे – दिपशलाका = दिया सलाई

(8) तत्सम शब्दों में ‘ष’ वर्ण का प्रयोग होता है।
जैसे – कृषक = किसान

तत्सम शब्द और तद्भव शब्द के उदाहरण

Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd तो वहाँ तत्सम शब्द आसानी से देखने को मिल जाते हैं। तद्भव शब्द, तत्सम शब्दों का ही परिवर्तित रूप होते हैं। यहाँ शब्दों की सूचि में हम तत्सम शब्द = तद्भव शब्द दे रहे हैं। जिससे आपको ज्ञात हो की कौन-सा शब्द वैदिक समय में किस तरह उच्चारित किया जाता था और आज वह तद्भव शब्द के रूप में किस तरह प्रचलित हो गया है।

अ, आ से शुरू होंने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
तत्सम तद्भव शब्द

तत्सम शब्द = तद्भव शब्द 

1. आम्र = आम
2. आश्चर्य = अचरज
3. अक्षि = आँख
4. अमूल्य = अमोल
5. अग्नि = आग
6. अंधकार = अँधेरा
7. अगम्य = अगम
8. अकस्मात = अचानक
9. आलस्य = आलस

10. अम्लिका = इमली
11. अमावस्या = अमावस
12. अर्पण = अरपन
13. अन्यत्र = अनत
14. अनार्य = अनाड़ी
15. अज्ञान = अजान
16. आदित्यवार = इतवार
17. आम्रचूर्ण = आमचूर
18. आमलक = आँवला
19. आर्य = आरज
20. आश्रय = आसरा
21. आश्विन = आसोज
22. अंतःकथा = अंतर्कथा
23. अग्र = आगे

24. अस्थि = हड्डी
25. आर्द्रक – अदरक
26. अश्रु = आँसू
27. अक्षर = अच्छर
28. अंगरखा = अंगरक्षक
29. आश्रय = आसरा
30. आशीष = असीस
31. अशीति = अस्सी
32. ओष्ठ = ओंठ
33. अमृत = अमिय
34. अंध = अँधा
35. अर्द्ध = आधा
36. अन्न = अनाज
37. अक्षवाट = अखाडा
38. अंगुष्ठ = अंगूठा
39. अक्षोट = अखरोट
40. अट्टालिका = अटारी
41. अष्टादश = अठारह
42. अगणित = अनगिनत
43. अध् = आज

इ, ई से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

तत्सम शब्द = तद्भव शब्द 

1. इक्षु = ईंख
2. ईर्ष्या = ईर्षा
3. इष्टिका = ईंट

उ, ऊ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

तत्सम शब्द = तद्भव शब्द 

1. उलूक = उल्लू
2. उच्च = ऊँचा
3. उज्ज्वल = उजला
4. उष्ट्र = ऊँट
5. उत्साह = उछाह
6. ऊपालम्भ = उलाहना
7. उद्वर्तन = उबटन
8. उलूखल = ओखली
9. उपर्युक्त = उपरोक्त

ए, ऐ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. एकादश = ग्यारह
2. एला = इलायची
3. एकत्र = इकट्ठा

ऋ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. ऋक्ष = रीछ

क, ख से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

Tatsam Shabd Kise Kahate Hain

1. कुपुत्र = कपूत
2. कर्म = काम
3. काक = कौआ
4. कपोत = कबूतर
5. कदली = केला
6. कपाट = किवाड़
7. कीट = कीड़ा
8. कूप = कुआँ
9. कोकिल = कोयल
10. कर्ण = कान
11. कृषक = किसान
12. कुंभकार = कुम्हार
13. कटु = कडवा
14. कुक्षी = कोख
15. क्लेश = कलेश
16. काष्ठ = काठ
17. कृष्ण = किसन

18. कुष्ठ = कोढ़
19. कृतगृह = कचहरी
20. कर्पूर = कपूर
21. कार्य = काज, काम
22. कार्तिक = कातिक
23. कुक्कुर = कुत्ता
24. कन्दुक = गेंद
25. कच्छप = कछुआ
26. कंटक = काँटा
27. कुमारी = कुँवारी
28. कृपा = किरपा
29. कपर्दिका = कौड़ी
30. कुब्ज = कुबड़ा
31. कोटि = करोड़
32. कर्तव्य = करतब
33. कंकण = कंगन
34. किंचित = कुछ
35. केवर्त = केवट
36. किरण = किरन
37. कज्जल = काजल
38. कातर = कायर
39. कुठार = कुल्हाड़ा
40. कटु = कड़ुवा
41. किंचित = कुछ
42. कुक्षि = कोख
43. कर्पट = कपड़ा
44. खटवा = खाट

ग, घ से शुरु होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. गृह = घर
2. ग्राम = गाँव
3. गर्दभ = गधा
4. ग्रीष्म = गर्मी
5. ग्राहक = गाहक
6. गौ = गाय
7. गर्जर = गाजर
8. ग्रन्थि = गाँठ
9. गोधूम = गेंहूँ
10. गौरा = गोरा
11. गृध = गीध
12. गायक = गवैया
13. ग्रामीण = गँवार
14. गोमय = गोबर
15. गृहिणी = घरनी
16. गोस्वामी = गुसाई
17. गोपालक = ग्वाला
18. गणना – गिनती
19. घोटक = घोडा
20. घटिका = घड़ी
21. घृणा = घिन
22. घट = घडा
23. घृत = घी 

च, छ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. चन्द्र = चाँद
2. चक = चाक
3. चर्म = चमडा

4. चूर्ण = चूरन
5. छत्र = छाता
6. चतुर्विंश = चौबीस
7. चतुष्कोण = चौकोर
8. चतुष्पद = चौपाया
9. चक्रवाक = चकवा
10. चवर्ण = चबाना
11. चर्मकार = चमार
12. चंचु = चोंच
13. चतुर्थ = चौथा
14. चैत्र = चैत
15. चंद्रिका = चाँदनी
16. चित्रकार = चितेरा
17. चिक्कण = चिकना
18. छत्र =छतरी
19. छिद्र = छेद
20. छाँह = छाया

ज, झ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. जिह्वा = जीभ
2. ज्येष्ठ = जेठ
3. जमाता = जवाई
4. ज्योति = जोत
5. जन्म = जनम
6. जंधा = जाँध
7. जीर्ण = झीना

त, थ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. तैल = तेल
2. तृण = तिनका
3. ताम्र = ताँबा
4. तिथिवार = त्यौहार
5. ताम्बूलिक = तमोली
6. तड़ाग = तालाब
7. त्वरित = तुरंत
8. तपस्वी = तपसी
9. तुंद = तोंद
10. तीर्थ = तीरथ
11. तीक्ष्ण = तीखा

द, ध से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. दूर्वा = दूब
2. दीपावली = दीवाली
3. दुग्ध = दूध
4. दंत = दांत
5. दीप = दीया
6. दधि = दही
7. देव = दई
8. दिशांतर = दिशावर
9. दौहित्र = दोहिता
10. दंतधावन = दतून
11. दंड = डंडा
12. द्वादश = बारह
13. द्विगुणा = दुगुना
14. दंष्ट्रा = दाढ
15. दिपशलाका = दिया सलाई
16. द्विप्रहरी = दुपहरी
17. दक्षिण = दाहिना
18. दंष = डंका
19. द्विपट = दुपट्टा
20. दुर्बल = दुर्बला
21. दुःख = दुख
22. द्वितीय = इजा
23. धरित्री = धरती
24. धूलि = धुरि
25. धन्नश्रेष्ठी = धन्नासेठी
26. धृष्ठ = ढीठ
27. धैर्य = धीरज
28. धूम्र = धुआँ
29. धर्म = धरम

न, प से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. नारिकेल = नारियल
2. नयन = नैन
3. नव्य = नया
4. नृत्य = नाच
5. निंद्रा = नींद
6. नासिका = नाक
7. नवीन = नया
8. नग्न = नंगा
9. निष्ठुर = निठुर
10. निर्वाह = निवाह
11. निम्ब = नीम
12. नकुल = नेवला
13. नव = नौ
14. पुत्र = पूत
15. प्रहर = पहर
16. पितृश्वसा = बुआ
17. प्रतिवेश्मिक = पड़ोसी
18. प्रत्यभिज्ञान = पहचान

19. प्रहेलिका = पहेली
20. पुष्प = फूल
21. पृष्ठ = पीठ
22. पौष = पूस
23. पुत्रवधू = पतोहू
24. पंच = पाँच
25. पत्र = पत्ता
26. पद = पैर
27. पश्चाताप = पछतावा
28. प्रकट = प्रगट
29. प्रतिवासी = पड़ोसी
30. पितृ = पिता
31. पीत = पीला
32. नापित = नाई
33. पर्यंक = पलंग
34. पक्वान्न = पकवान
35. पाषाण = पाहन
36. प्रतिच्छाया = परछाई
37. पिपासा = प्यास
38. पक्ष = पंख
39. प्रस्वेदा = पसीना
40. प्रस्तर = पत्थर
41. परीक्षा = परख
42. पुष्कर = पोखर
43. पर्ण = परा
44. पूर्व = पूरब
45. पंचदश = पन्द्रह
46. पक्क = पका
47. पट्टिका = पाटी
48. पवन = पौन
49. प्रिय = पिय
50. पुच्छ = पूंछ
51. पर्पट = पापड़
52. पक्षी = पंछी
53. पद्म = पदम
54. परख: = परसों
55. पाष = फंदा

फ, ब से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. फाल्गुन = फागुन
2. बिंदु = बूंद
3. बालुका = बालू
4. बधिर = बहरा
5. बलिवर्द = बैल
6. बली वर्द = बींट
7. बंध्या = बाँझ
8. बुभुक्षित = भूखा

भ, म से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. भिक्षा = भीख
2. भ्राता = भाई
3. भुजा = बाँह
4. भगिनी = बहिन
5. भक्त = भगत
6. भल्लुक = भालू
7. भाद्रपद = भादौं
8. भद्र = भला
9. भ्रत्जा = भतीजा
10. भ्रमर = भौरां
11. भ्रू = भौं
12. भिक्षुक = भिखारी
13. मृग = हिरण
14. मनुष्य = मानुष
15. मृत्यु = मौत
16. मुख = मुँह
17. मार्ग = पग
18. मित्र = मीत
19. मुष्टि = मुट्ठी
20. मूल्य = मोल
21. मूषक = मूस
22. मेघ = मेह
23. मातुल = मामा
24. मौक्तिक = मोती
25. मर्कटी = मकड़ी
26. मश्रु = मूंछ
27. मक्षिका = मक्खी
28. मिष्ट = मीठा
29. मृत्तिका = मिट्टी
30. मस्तक = माथा
31. मुषल = मूसल
32. महिषी = भैंस
33. मरीच = मिर्च
34. मयूर = मोर

 

य, र से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. यमुना = जमुना
2. युवा = जवान
3. यश = जस
4. यज्ञोपवीत = जनेऊ
5. यव = जौ
6. योगी = जोगी
7. यति = जति
8. यूथ = जत्था
9. युक्ति = जुगति
10. यषोदा = जसोदा
11. यशोगान = यशगान
12. यज्ञ = जज्ञ
13. रोदन = रोना
14. राजपुत्र = राजपूत
15. राजा = राय
16. रक्षा = राखी
17. रज्जु = रस्सी
18. रिक्त = रीता
19. रात्रि = रात
20. राशि = रास

 

ल, व से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. लक्ष = लाख
2. लौह = लोहा
3. लक्ष्मण = लखन
4. लज्जा = लाज
5. लवंग = लौंग
6. लोक = लोग
7. लोमशा = लोमड़ी
8. लवणता = लुनाई
9. लेपन = लीपना
10. लौहकार = लुहार
11. वत्स = बच्चा
12. व्याघ्र = बाघ
13. वणिक = बनिया
14. वाणी = आवाज
15. वरयात्रा = बारात
16. वर्ष = बरस
17. वैर = बैर
18. विवाह = ब्याह
19. वधू = बहू
20. वाष्प = भाप
21. वट = बड
22. वज्रांग = बजरंग
23. वल्स = बछड़ा
24. विद्युत् = बिजली
25. वक = बगुला
26. वंष = बांस
27. वृश्चिका = बिच्छु
28. वार्ता = बात
29. वानर = बन्दर
30. व्यथा = विथा
31. वर्षा = बरसात
32. विकार = बिगाड़ा
33. वचन = बचन
34. वृद्ध = बुड्ढ़ा

स, श, ष, श्र से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द । Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd

1. सूर्य = सूरज
2. स्वर्ण = सोना
3. स्तन = थन
4. सूचिका = सुई
5. सुभाग = सुहाग
6. स्वर्णकार = सुनार
7. स्वसुर = ससुर
8. सत्य = सच
9. सर्प = साँप
10. सप्त = सात
11. सूत्र = सूत
12. स्थिर = अटल
13. स्थल = थल, जमीन
14. स्नेह = नेह, प्यार
15. स्कन्ध = कंधा
16. ससर्प = सरसों
17. सपत्नी = सौत
18. स्फोटक = फोड़ा
19. शलाका = सलाई
20. श्यामल = साँवला
21. शून्य = सूना
22. शप्तशती = सतसई
23. शाक = साग
24. श्मषान = समसान
25. शिर = सिर
26. श्यालस = साला
27. शय्या = सेज
28. शुष्क = सूखा
29. श्याली = साली
30. शूकर = सूअर
31. शिला = सिल, पत्थर
32. शत = सौ
33. शीर्ष = सीस

34. शर्कर = शक्कर
35. शुक = तोता
36. शिक्षा = सीख
37. श्रावण = सावन
38. श्रेष्ठी = सेठ
39. श्राप = शाप
40. श्रृंगाल = सियार
41. श्रंखला = साँकल
42. श्रृंग = सींग

ह, क्ष से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. हास्य = हँसी
2. हस्त = हाथ
3. हिरन = हरिण
4. हस्ती = हाथी
5. हरिद्रा = हल्दी
6. हट्ट = हाट
7. होलिका = होली
8. ह्रदय = हिय
9. हंडी = हांड़ी
10. क्षीर = खीर
11. क्षति = छति
12. क्षीण = छीन
13. क्षत्रिय = खत्री
14. क्षेत्र = खेत
15. क्षत्रिय = खत्री
16. क्षार = खार
17. क्षमा = छमा

त्र से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द

1. त्रिणी = तीन
2. त्रयोदश = तेरह

हिंदी व्याकरण के अन्य महत्वपूर्ण भाग

  1. शब्द किसे कहते हैं
  2. पर्यायवाची शब्द  किसे कहते हैं?
  3. अनेकार्थी शब्द किसे कहते हैं

Tatsam Shabd And Tatbhav Shabd हमें उम्मीद है कि इस पोस्ट के जरिये आपको तद्भव शब्द तथा तत्सम शब्द काफी अच्छे से समझ में आ गया होगा और यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण  सिद्ध हुआ होगा। इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें। आपको यह जानकारी कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। और कोई पोस्ट के बार में जानना हो तो आप हम कमेंट करे के बताना और हम आपके लिए पोस्ट हमारे ब्लॉग के जरिये आपको अच्छे से समझने को पूरी कोशिश करेग । Tadbhav Shabd Kise Kahate Hain, Tatsam Shabd Kise Kahate Hain,तत्सम शब्द किसे कहते हैं, तद्भव शब्द किसे कहते हैं?

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