April 29, 2024

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Proton Ki Khoj Kisne Ki

प्रोटॉन की खोज किसने की । Proton Ki Khoj Kisne Ki

Proton Ki Khoj Kisne Ki : दोस्तों आज हम आप को प्रोटॉन(Proton) की खोज किसने की के बारे में बताने जा रहे है । दोस्तों आप प्रोटोन की खोज किसने की थी इस बारे में जानना चाहते हो तो इन नोट्स में  में हमने प्रोटॉन(Proton) की खोज किसने की, प्रोटॉन(Proton) क्या है , proton ki khoj kisne ki thi इन नोट्स  मे हमने आपको इत्यादी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।

क्लास एग्जाम या कम्पटीशन एग्जाम में आपको पूछा जाता है की प्रोटॉन की खोज किसने की थी इसलिए हमने आपकी सुविधा के लिए हमने आपके लिए इन नोट्स को तैयार किया है ।
Proton Ki Khoj Kisne Ki

प्रोटॉन की खोज

प्रोटॉन की खोज किसने की थी :- प्रोटॉन की खोज सन् 1920 में अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने की थी रदरफोर्ड ने प्रोटॉन के साथ-साथ परमाणु के बीचो बीच एक अति सूक्ष्म भाग की भी खोज की जिसे केंद्रक या नाभिक कहा जाता है। अतः परमाणु के नाभिक  के खोजकर्ता भी रदरफोर्ड हैं । रदरफोर्ड को नाभिकीय युग का पितामह कहा जाता है।

प्रोटॉन की खोज किसने की
प्रोटॉन की खोजकर्ता रदरफोर्ड
  • प्रोटॉन का नाम रदरफोर्ड ने रखा था।
  • ऐनोड किरण प्रयोग से एक प्रोटॉन प्राप्त होता है।
  • यह धन आवेशित है। यह नाभिक में मौजूद होता है।
  • इसका आवेश +1.6 × 10-19 C और द्रव्यमान 1.672 × 10-27 किग्रा या 1.00727 u के बराबर है।
  • प्रोटोन ग्रीक शब्द से “प्रोटोस” “protos” से हुआ है जिसका अर्थ होता है।
  • “प्रथम्”। 1920 में रदरफोर्ड ने इसका नामकरण किया।

प्रोटॉन क्या है

Proton Kya Hai :-  प्रोटॉन परमाणु के नाभिक में स्थित एक धन आवेशित कण होता है प्रोटॉन का नाम ग्रीक वर्ड प्रोटोस(protos) से लिया गया है जिसका मतलब है first

  • इसे p  प्रतीक चिन्ह द्वारा दर्शाया जाता है ।
  • परमाणु के केंद्र के अंदर एक धन आवेश कण पाया जाता है। परमाणु के केंद्र अर्थात नाभिक के अंदर परमाणु का अधिकतम द्रव्यमान होता है। इन धन आवेश कणों को ही रदरफोर्ड द्वारा प्रोटॉन कहा गया था।
  • प्रोटॉन पर एक इकाई धन आवेश होता है जिसका मान 1.6×10-19 C होता है।
  • इसका का द्रव्यमान 1.67×10-24 kg या 1.6726×10-27 kg होता है।
  • इसकी वर्ग प्रभार त्रिज्या 0.84-0.87 fm या 0.84 × 10-15 m से 0.87 × 10-15 m होता है।
  • प्रोटॉन इलेक्ट्रॉन द्रव्यमान के लगभग 1840-1845 गुना होता है और न्यूट्रॉन के द्रव्यमान से थोड़ा कम होता है।
  • प्रोटॉन तथा इलेक्ट्रॉन के आवेश का परिमाण समान होता है लेकिन इन दोनों में उपस्थित आवेशो की प्रकृति एक दूसरे के विपरीत होती है।

Proton Ki Khoj Kisne Ki In Hindi

आप पढ़ रहे है प्रोटोन क्या है और प्रोटॉन की खोज किसने की थी और कब की  अगर आपको नोट्स अच्छे लगे हो तो आप हमें कमेंट के द्वारा अपना सुझाव दे सकते हो ।

  • हर परमाणु के नाभिक में  अलग-अलग संख्या में प्रोटॉन (Proton) पाये जाते है
  • हाइड्रोजन परमाणु के नाभिक के अंदर एक ही प्रकार का प्रोटोन पाया जाता है इसलिए हाइड्रोजन परमाणु की परमाणु संख्या एक होती है। इसे प्राथमिक कण (एलीमेंट्री पार्टीकल) भी कहा जाता है।
  •  प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक के अंदर एक साथ पाए जाते हैं।   न्यूट्रॉन की तुलना में प्रोटॉन का द्रव्यमान अधिक होता है।
  • 1886 में गोल्डस्टीन ने परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के समान कण के उपस्थित होने का अनुमान लगाया था उन्होंने विसर्जन नलिका में छिद्रित कैथोड का प्रयोग किया कम दाब पर विद्युत विसर्जन करने पर कैथोड किरणों से विपरीत दिशा में प्रतिदीप्तिशील किरणें कैथोड के छिद्रों से गुजरी इंडियन धन किरणें, एनोड किरणें या कैनाल किरणें नाम दिया। एनोड किरणों की उत्पत्ति नलिका में उपस्थित एनोड से नहीं अपितु एनोड कैथोड के बीच रिक्त स्थान से होती है।
  • धन आवेशित, कण धन आवेशित गैस लाइन होते हैं, इन कणों के आवेश और द्रव्यमान का अनुपात उस गैस पर निर्भर करता है, जिससे यह उत्पन्न होते हैं चुंबकीय था विद्युत क्षेत्र में इन कणों का व्यवहार कैथोड किरणों के विपरीत है। इस पर धन आवेश का परिमाण इलेक्ट्रॉन के आवेश के बराबर ही है।
  • एक प्रोटॉन की अर्ध आयु काल का मान बहुत अधिक होता है। अर्थात प्रोटॉन की अर्ध आयु बहुत अधिक होती है। यह अर्ध आयु काल आज के ब्रह्मांड की आयु से भी बहुत अधिक होती है।
  • परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन नाभिकीय बल से आपस में बंधे हुए होते हैं।
  • हाइड्रोजन परमाणु के हल्के आइसोटोप के नाभिक के अंदर केवल एक ही प्रोटॉन है।  इसमें न्यूट्रॉन नहीं होता है। तथा भारी आइसोटोप के नाभिक अर्थात ड्यूटीरियम और ट्रीटीयम हाइड्रोजन परमाणु के अंदर एक प्रोटॉन तथा दो न्यूट्रॉन उपस्थित होते हैं। व अन्य परमाणु के नाभिक के अंदर प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या दो या दो से अधिक होती है।
  • आधुनिक भौतिकी के अनुसार प्रोटॉन(Proton) पूर्ण रूप से मूल कण नहीं है। बल्कि यह और भी छोटे अस्थाई सूक्ष्म कणों से मिलकर बना होता है।, जिन्हे क्वार्क कहते हैं।

Best Proton Ki Khoj Kisne Ki In Hindi

प्रोटॉन के अंदर तीन क्वार्क होते है।  जिसमें दो डाउन क्वार्क व एक अप क्वार्क होता है।

संदर्भ :- wikipedia.org

FAQ

Q 1. प्रोटॉन की खोज किसने की ?

ANS :- अर्नेस्ट रदरफोर्ड

Q 2. प्रोटॉन की खोज किसने और कब किया था ?

Ans:- प्रोटॉन की खोज रदरफोर्ड ने  1920  की थी।
प्रोटॉन एक परमाणु के नाभिक में स्थित एक सकारात्मक रूप से आवेशित कण है,

Q 3. प्रोटॉन का जनक कौन है ?

Ans:- प्रोटॉन की खोज का श्रेय अर्नेस्ट रदरफोर्ड को दिया जाता है

Q 4. प्रोटॉन की खोज कहां हुई थी ?

Ans:- 1909 में, रदरफोर्ड ने अपने गोल्ड फ़ॉइल प्रयोग में प्रोटॉन की खोज की।

Q 5. प्रोटॉन की दो विशेषताएं क्या हैं?

प्रोटॉन के पास एक (+1) का एक सकारात्मक विद्युत आवेश और 1 परमाणु द्रव्यमान इकाई (एएमयू) का द्रव्यमान होता है , जो लगभग 1.67×10-27 किलोग्राम है

Q 6. प्रोटॉन के खोजकर्ता का नाम क्या है ?

Ans:- प्रोटॉन की खोज गोल्डस्टीन ने की थी। प्रोटॉन का नाम रदरफोर्ड ने रखा था। ऐनोड किरण प्रयोग से एक प्रोटॉन प्राप्त होता है

दोस्तों आपको मैने  proton ki khoj kisne ki hai नोट्स के बारे में पूरी जानकारी दी है अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो आप हमारी वेब साइट की इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों को शेयर करे और अगर आपको इन नोट्स में कुछ गलत लगा हो तो आप हमें अपना कम्मेंट जरूर करे ।

 

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